Sunday, 31 December 2023

मध्य प्रदेश में 10 IAS अफसरों के ट्रांसफर, 4 जिलों के कलेक्टर बदले श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को बैतूल कलेक्टर बैतूल कलेक्टर को गुना स्थानांतरित

 मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय द्वारा साल के आखिरी दिन, कार्यालय इन समय समाप्त हो जाने के बाद, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की स्थानांतरण सूची जारी कर दी गई है। 




मध्य प्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की स्थानांतरण सूची


श्री विवेक पोरवाल - सचिव मुख्यमंत्री एवं विमानन विभाग जनसंपर्क विभाग तथा आयुक्त जनसंपर्क मध्य प्रदेश भोपाल एवं प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश मध्य के अतिरिक्त प्रभार से प्रमुख राजस्व आयुक्त मध्यप्रदेश तथा राजस्व विभाग के सचिव तथा आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त मध्यप्रदेश ग्वालियर का अतिरिक्त प्रभार। 


श्री संदीप यादव - प्रमुख राजस्व आयुक्त मध्य प्रदेश तथा पदेन सचिव मध्य प्रदेश राजस्व विभाग तथा आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त मध्यप्रदेश ग्वालियर के अतिरिक्त प्रभार से सचिन विमानन विभाग तथा जनसंपर्क विभाग तथा आयुक्त जनसंपर्क विभाग भोपाल एवं प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश मध्य का अतिरिक्त प्रभार। 





श्री नीरज कुमार सिंह - कलेक्टर नर्मदापुरम से कलेक्टर उज्जैन। 

श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी - प्रबंध संचालक राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम भोपाल से बैतूल कलेक्टर। 

श्री कुमार पुरुषोत्तम - कलेक्टर उज्जैन से मंत्रालय अटैच। 

श्री अमन वीर सिंह बेस - कलेक्टर बैतूल से कलेक्टर गुना। 


सुश्री सोनिया मीना - संचालक आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं मध्यप्रदेश तथा प्रबंध संचालक अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल तथा प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश रोजगार एवं प्रशिक्षण परिषद का अतिरिक्त प्रभार से कलेक्टर नर्मदा पुरम। 



श्री रोशन कुमार सिंह - आयुक्त नगर पालिका निगम उज्जैन से मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्मार्ट सिटी भोपाल। 


श्री स्वप्निल जी वानखेडे - आयुक्त नगर पालिक निगम जबलपुर से विकअ सह आयुक्त सह संचालक संस्थागत वित्त। 


श्रीमती प्रीति यादव अपर कलेक्टर जिला उज्जैन से आयुक्त नगर पालिक निगम जबलपुर। 


श्रीमती दीपाली रस्तोगी, भाप्रसे (1994) प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, वाणिज्यिक कर विभाग एवं प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग (अतिरिक्त प्रभार) को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ-साथ अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन सहकारिता विभाग का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा जाता है।


 दीपाली रस्तोगी, भाप्रसे (1994) द्वारा प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, सहकारिता विभाग का कार्यभार ग्रहण करने पर श्रीमती स्मिता भारद्वाज, भाप्रसे (1992), अपर मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा अपर मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग एवं सहकारिता विभाग (अतिरिक्त प्रभार) केवल अपर मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगी। .

Saturday, 30 December 2023

नायब तहसीलदार पथोरिया के माध्यम से 15 दिन पहले खोदे गड्डे को बंद कराया गया। पहले भी बंद करा चुके है उत्खनती गड्ढा




सारनी। जल जीवन मिशन अंतर्गत पाइपलाइन डालने बीच सड़क पर 15 दिन पहले खोदे गय गड्ढे को  सारनी नायब तहसीलदार के माध्यम से बंद कराया गया। वार्डवासियों के माध्यम से नायब तहसीलदार को शिकायत  की गई थी जिसके बाद तहसीलदार द्वारा शिकायत के 2 घंटे के अंदर में ही गड्डे को बंद करा दिया गया। कुछ दिन पहले भी नायब तहसीलदार पथोरिया की पहल से लेडी कलेक्शन के सामने उत्खनित गड्ढा बंद कराया गया था। 

 जल जीवन मिशन के अंतर्गत मेन पाइप लाइन में कनेक्शन के लिए जगह जगह गड्ढे खोदे जा रहे है जिनका कार्य 15 दिन में भी पूरा नहीं हो पा रहा है। सारनी के वार्ड क्रमांक 12 में रिजवी एसटीडी के पास नल जल योजना का कार्य कर रहे ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा करीबन 3 फीट गहरा और 1 फीट चौड़ा गड्ढ़ा रोड के बिल्कुल बीचों-बीच किया गया था। जो रात के अंधेरे में लोगों को दिखाई नहीं देता गड्ढे के आसपास बेरिकेट्स भी नहीं लगाए गए थे। जिससे लोगों को गड्ढा दिखाई नहीं देता। ठेकेदार द्वारा कार्य में इतनी लापरवाही की जा रही है कि इनके द्वारा खोदे गय गड्ढों को कई दिन तक बंद नही किया जा रहा। शहर की बहुत सी गलियों के यही हाल है जिनमें कई लोग गिर रहे हैं और दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। शॉपिंग सेंटर में रात्रि में अपनी बाइक से घर जा रहे एक युवक फैजान ने बताया कि में रात्रि में मोटरसाइकिल से घर जा रहा था मुझे पता नहीं था आगे गढ़ा है में मोटरसाइकिल सहित गड्ढे में गिर गया गनीमत यह रही कि ज्यादा कहीं चोट नहीं लगी। नल जल योजना वालो ने जगह-जगह गड्ढे करके रखे हैं । जिनको बंद करना बहुत जरूरी है साथ ही साथ गड्ढों के चारो ओर बेरीगेट्स या डेंजर पट्टी लगाना भी जरूरी है जिससे वहा से आवागमन करने वाले लोग किसी घटना का शिकार ना हो जाए।

Sunday, 24 December 2023

सारनी पुलिस ने हत्या के आरोपी को 10 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार

 सारनी। सारनी पुलिस ने 21 दिसंबर को एक हत्या के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपने रिश्ते के जीजा की हत्या कर दी थी



पुलिस के अनुसार, 21 दिसंबर की रात करीब 11.30 बजे संदीप उईके का और उसके रिश्ते के जीजा अशोक दोनों निवासी ड्रिलिंग कैंप पाथाखेड़ा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। गुस्से में संदीप ने अशोक के सिर पर किसी चीज से वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

जिसके बाद आरोपी संदीप उड़के के विरूद्ध चाना सारणी में अपराध क्रमांक 744/2023 भारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। हालांकि वारदात के बाद संदीप फरार हो गया। आरोपी संदीप उड़के की तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सारणी रोशन जैन के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी अरविंद कुमरे व चौकी प्रभारी पाथाखेड़ा उपनिरीक्षक दिलीप यादव एवं पायाखेड़ा पुलिस चौकी बल से टीम गठित की गई।

पुलिस टीम द्वारा आरोपी संदीप उड़‌के की पत्ता जलाश हेतु कई स्थानों पर दबिश दी गई और तत्काल कार्यवाही करते हुये आरोपी को मुखबिर सूचना पर बस स्टैण्ड पाथाखेड़ा से गिरफ्तारी कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहाँ से आरोपी को माननीय न्यायालय द्वारा जेल भेजा गया।

Friday, 22 December 2023

सारनी पुलिस ने जुआ खेलते हुए 14 लोगो को पकड़ा




 सारनी। 21 दिसंबर को सारनी थाना के अंतर्गत जुआ खेल रहे लोगो को पुलिस ने पकड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सारनी पुलिस ने को मुखबिर व्दारा सूचना प्राप्त हुई की रावण देव मंदिर के जंगल में, सलैया गांव के सामने कुछ लोग हार जीत का दाव लगाकर ताश पत्तों से जुआ खेल रहे हैं, सूचना प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक महोदय श्री सिद्धार्थ चौधरी के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी एवं एसडीओपी सारणी श्री रोशन जैन के निर्देशन में जिले से प्राप्त पुलिस बल एवं थाना सारणी पुलिस बल की एक संयुक्त टीम गठित की गई। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताएं स्थान रावण देव मंदिर के जंगल में दबिश दी गई, 



 जहाँ जंगल मे पेड के नीचे इमरजेन्सी लाईट के उजाले मे कुछ लोग ताश के पत्तो से रूपये पैसे का दाव लगाकर हारजीत का जुआ खेल हे थे जिन्हे पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकडा । कुछ लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये एंव जुआ खेलते हुए 14 व्यक्ति (1).रमेश पिता मोतीलाल कुशवाह उम्र 42 साल निवासी राजीव चौक तिगड्डा पाथाखेडा (2).अनिल पिता गोरखू चौकीकर उम्र 55 साल निवासी विडियो चौक घोडाडोंगरी (3).राजू पिता सूखा मर्सकोले उम्र 35 साल निवासी ग्राम डुलारा (4).श्याम पिता नरेन्द्र प्रजापति उम्र 31 साल निवासी खंजनपुर बैतूल (5).फिरोज पिता बाबू खान उम्र 31 साल निवासी कैलाश नगर शोभापुर (6).सुभाष पिता चिन्धया हिनोते उम्र 46 साल निवासी टिकारी वार्ड बैतूल (7).विक्की पिता डोरीलाल बारसे उम्र 29 साल निवासी नया जामुनडोल थाना केसला (8).महेश पिता लल्लू रावत उम्र 35 साल निवासी छतरपुर चौक बगडोना (9).संतोष पिता धनराज चौकीकर उम्र 42 साल निवासी घोडाडोंगरी (10).अमित पिता रामेश्वर खंडेलवाल उम्र 36 साल निवासी भौरा शाहपुर (11).संदेश पिता किशोर अहिरवार उम्र 30 साल निवासी सुभाष नगर पाथाखेडा (12).दुर्गेश पिता दीनदयाल पवार उम्र 35 साल निवासी ग्राम सलैया (13).ईमाम शेख पिता अहमद शेख उम्र 36 साल निवासी भौरा शाहपुर (14).राहुल पिता गुरदेव चौहान उम्र 29 साल निवासी माता मौहल्ला भौरा शाहपुर को पकड़ा जिनके कब्जे से नगदी 43,200/- , 07 मोटर साइकिल,03 स्कूटी 1 फोर व्हीलर तथा 12 मोबाइल जप्त किए गए हैं।

Thursday, 21 December 2023

प्रेम प्रसंग के चलते 2 युवकों ने की थी पालीटेक्निक स्टूडेंट की हत्या

 



बैतूल  / गंज थाना क्षेत्र के हमलापुर में हनुमान मंदिर के पास पॉलिटेक्निक के एक छात्र का शव मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि छात्र की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई है. दो युवकों ने उसे माचना नदी पर ले जाकर मारपीट कर हत्या की थी. दोनों यूवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और न्यायिक हिरासत में दोनों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलबार 19 दिसंबर को हमलापुर में हनुमान मंदिर के सामने रोड के किनारे युवक का शव होने की सूचना मिलने पर गंज पुलिस एवं एसडीओपी बैतूल मौके पर पहुँचकर मौके पर कार्यवाही प्रारम्भ की गई. युवक के शव की पहचान पंकज यदवंशी पिता राजेश यदुवंशी उम्र 19 साल निवासी हरन्या थाना बोरदेही के रुप में हुई थी. घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक सिध्दार्थ चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी और एसडीओपी शालिनी परस्ते ने गंज पुलिस को मामले की विवेचना के लिए निर्देश दिए. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पंकज यदुवंशी के सिर, चेहरा, पेर में आई चोंटो व मृत्यु का कारण ज्ञात करने हेतु विवेचना की गई। पुलिस ने जहां पर मृतक का शव मिला था, वहां लगे सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी पूर्ण सुक्ष्मता से विवेचना की. विवेचना के आधार पर मृतक की एक बालिका से प्रेम प्रसंग की जानकारी मिली. पुलिस ने बालिका से पूछताछ कर तथ्यों के आधार पर प्रथमदृष्ट्या आरोपी देवेन्द्र यादव व हेमंत यादव पर धारा 364, 302, 34 में प्रकरण पंजीबध्द कर विवेचना की. गंज पुलिस द्वारा आरोपी हेमंत यादव एवं देवेन्द्र यादव को अभिरक्षा में लेकर पूछ पूछताछ की गई तो दोनों ने बताया कि मृतक पंकज के देवेन्द्र और हेमंत की दोस्त बालिका से प्रेम संबंध थे. पूछताछ में बताया गया कि सोमवार 18 नवंबर की रात करीब 9 बजे आरोपी हेमंत यादव ने मृतक पंकज को अपनी दोस्त के साथ बालिका के कमरे में मिलने पर बुलाया, यहां हेमंत यादव ने अपने साथी देवेन्द्र के साथ पंकज को बालिका के दोस्त के रूम से मोटरसायकल में बीच में बैठाकर अपह्त कर मलकापुर रोड पर स्थित माचना नदी के पास ले गए, यहां पर आरोपी हेमंत एवं देवेन्द्र ने मृतक पंकज के साथ हाथ, मुक्के से एवं जमीन में गिराकर मारपीट कर पंकज को घायल कर मरा समझकर छोड़कर वहां से भागकर अपने हॉस्टल चले गए. आरोपियों की निशानदेही पर घटना स्थल का निरीक्षण कर मृतक पंकज के मोबाइल को माचना नदी में सर्च कराया गया है. आरोपी देवेन्द्र से घटना में प्रयुक्त मोटरसायकल बरामद की जाकर आरोपी हेमंत यादव पिता माखन यादव उम्र 21 साल निवासी ग्राम रानीडोंगरी थाना आमला व आरोपी देवेन्द्र यादव पिता दीनू यादव उम्र 22 साल निवासी ग्राम देहलवाड़ा थाना बोरदेही को 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया, दोनों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. उक्त मामले का खुलासा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी गंज देवकरण डेहरिया, विवेचक उपनिरी. रवि शाक्य, सउनि. जी. पी. बिल्लोरे, आर. अनिरुध्द, इगेश चोरे, उत्कर्ष चौधरी, मनोज कोलारे, आकाश, मंतराम, नरेन्द्र प्रआर, 'भारती राजपूत, सायबर सेल राजेन्द्र धाइसे, दीपेन्द्र एफएसएल प्रभारी आबिद अंसारी की विशेष भूमिका रही

Heart Attack : 3 तरह के होते हैं हार्ट अटैक, Dr ने बताया अगर समझ गए ये 5 लक्षण तो बच जाएगी जान

 




हार्ट अटैक, जिसे मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन भी कहते हैं, एक गंभीर आपात स्थिति है, जिसका तुरंत इलाज किया जाना जरूरी है। आम धारणा यह होती है कि हार्ट अटैक में छाती में अचानक से तेज दर्द उठता है, लेकिन यह जानना भी आवश्यक है कि हार्ट अटैक अलग-अलग तरह के हो सकते हैं, जिनके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं।

एसटी-सेगमेंट एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (स्टेमी)



स्टेमी सबसे गंभीर और जानलेवा हार्ट अटैक होता है। इसमें कोरोनरी आर्टरी पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती है। यह ब्लॉकेज आम तौर से खून का थक्का जम जाने के कारण होता है। इसके लिए तुरंत मेडिकल इलाज, जैसे एंजियोप्लास्टी या क्लॉट डिज़ॉल्विंग दवाईयाँ देने की जरूरत पड़ती है, ताकि हृदय में खून का बहाव फिर से शुरू हो और हृदय को होने वाली क्षति कम से कम हो।

नॉन-एसटी सेगमेंट एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (एनस्टेमी)



एनस्टेमी कम गंभीर हार्ट अटैक है। इसमें एक या ज्यादा कोरोनरी आर्टरीज़ में आंशिक रूप से ब्लॉकेज हो जाता है। इस ब्लॉकेज से खून का बहाव पूरी तरह से नहीं रुकता है, लेकिन फिर भी हृदय की पेशियों को नुकसान पहुंच सकता है। एनस्टेमी के इलाज में दवाईयाँ, जीवनशैली के परिवर्तन और कभी-कभी ब्लॉक हो चुकी आर्टरी को खोलने के लिए इन्वेज़िव प्रक्रियाओं की जरूरत होती है।


कोरोनरी आर्टरी स्पैज्म



कभी-कभी कोरोनरी आर्टरीज में अचानक खिंचाव या ऐंठन के कारण हृदय को कम खून मिल पाता है, और हार्ट अटैक पड़ सकता है। इस तरह के हार्ट अटैक को कोरोनरी आर्टरी स्पैज्म या वैरिएंट एंजिना कहते हैं। स्पैज्म से राहत देने और हार्ट अटैक को रोकने के लिए आम तौर से खून की नलियों को आराम देने वाली और चौड़ा करने वाली दवाईयाँ दी जाती हैं।



हार्ट अटैक आने पर क्या करें

हार्ट अटैक पड़ने पर तुरंत मेडिकल सहायता से जान बचाई जा सकती है, इसलिए विभिन्न तरह के हार्ट अटैक और उनके लक्षणों को हर किसी को जानना जरूरी है। यदि हार्ट अटैक का कोई भी लक्षण जैसे छाती में दर्द या बेचैनी, सांस फूलना, कलाइयों, जबड़े या पीठ में दर्द महसूस हो, तो फौरन मेडिकल परामर्श लें।


हार्ट अटैक की संभावना बढ़ाने वाले जोखिम

हार्ट अटैक की संभावना अनेक जोखिमों से बढ़ सकती है। इनमें से कुछ मोटापा, धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और डायबिटीज़ हैं। इन समस्याओं से आर्टरीज़ और खून की नलियों को नुकसान हो सकता है। इनमें प्लाक जमने पर नलियाँ संकरी हो सकती हैं, और हृदय को खून की आपूर्ति रुक सकती है।

  • इसका दूसरा मुख्य कारण परिवार में हृदय रोग का इतिहास है। यदि किसी निकट संबंधी को हार्ट अटैक पड़ चुका है या उसे हृदय का कोई रोग है, तो परिवार के अन्य लोगों को भी हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है।
  • 45 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों और 55 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को हार्ट अटैक का जोखिम ज्यादा होता है। लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि हार्ट अटैक महिला और पुरुषों को किसी भी उम्र में पड़ सकता है।
  • खराब जीवनशैली जैसे अस्वस्थ आहार, व्यायाम न करने, अत्यधिक शराब का सेवन से भी हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

सीएम हेल्पलाइन निराकरण में बैतूल चौथी बार एमपी में टॉप

 


जिले के चार निकाय भी संयुक्त रूप से पहले स्थान पर, जिले ने इतिहास रचा


 बैतूल। पदभार ग्रहण करने के बाद से बैतूल नगरपालिका सीएमओ और परियोजना अधिकारी शहरी विकास की टीम वर्क का ही नतीजा है कि लगातार चौथे माह नगरपालिका ने पूरे प्रदेश में सीएम हेल्पलाइन निराकरण में अव्वल स्थान हासिल किया है। न सिर्फ बैतूल बल्कि छोटे नगरपालिका-परिषद की बात करें तो चिचोली, बैतूलबाजार, शाहपुर और भैंसदेही भी सौ प्रतिशत वेटेज अंक प्राप्त कर पूरे प्रदेश में अव्वल स्थान पाया है। सीएम हेल्पलाइन प्रकरण में जिले की अन्य नगरपालिकाओं की बात करें तो केवल सारणी थोड़ा पिछड़ा है बाकी शेष नगरपालिकाएं अव्वल स्थान पर है।

पूरे प्रदेश में सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री से लेकर अन्य अधिकारी अधीनस्थों को समय समय पर निर्देश देते रहते हैं। समीक्षा बैठक में सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों को तय सीमा में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। पिछले कुछ वर्षों से बैतूल की स्थिति ठीक नहीं की जा सकती थी, लेकिन करीब पांच माह पहले बैतूल नपा के साथ परियोजना अधिकारी शहरी विकास का पदभार ग्रहण करने के बाद ओमपाल भदौरिया ने जिस तरह अपनी कार्यप्रणाली की छाप छोड़ी है, इससे कर्मचारियों में भी काम करने के प्रति काफी माहौल बना है। यही वजह है कि न सिर्फ बैतूल बल्कि शेष नगरपालिका और नगर परिषदों में टीम वर्क से बेहतर काम हो रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम प्रदेश स्तर पर भी देखने को मिल रहे हैं।
बैतूल नपा का अव्वल का चौका
जिला मुख्यालय की नगरपालिका ने एक बार फिर सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में जीत का चौका लगाया है। इससे पहले लगातार तीन बार पूरे प्रदेश में बैतूल नगरपालिका नंबर 1 रह चुकी है। इस बार भी लगातार चौथी बार बैतूल नगरपालिका ने सीएम हेल्पलाइन निराकरण में पहला स्थान हासिल कर अपना दबदबा कायम रखा है। नवंबर माह में बैतूल नगरपालिका में कुल 296 शिकायतें आई थी। इनमें से 56.35 प्रतिशत शिकायतें संतुष्टि के साथ बंद कर दी गई। 50 दिन से अधिक लंबित और निम्र गुणवत्ता की शिकायतों का वेटेज क्रमश: 19.4 और 10 प्रतिशत रहा। सौ में से कुल 95.95 अंक हासिल कर बैतूल नगरपालिका ने पूरे प्रदेश में टॉप स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर सीहोर नगरपालिका और तीसरे नंबर भोपाल नगर निगम रहा है।
छोटी नगर परिषदों ने भी मारी बाजी
सीएम हेल्पलाइन के परिणाम के बाद इस बार भी जिले की नगर परिषदों के लिए भी काफी बेहतर रहा। जिले की चिचोली, बैतूलबाजार और शाहपुर नगर परिषद ने सौ प्रतिशत वेटेज अंक प्राप्त कर अव्वल स्थान हासिल किया है। शेष निकायों में बैतूल समेत सभी निकायों ने 10 नीट अटेंडेड वेटेज हासिल किया है। केवल घोड़ाडोंगरी 9.23 प्रतिशत वेटेज स्कोर हासिल कर पाई है।

Wednesday, 20 December 2023

मठारदेव मेला जनवरी में लगेगा, अधिकारी बोले- कोविड नियमों का करना होगा पालन

 



नगर पालिका परिषद के सभाकक्ष में रखी गई समन्वय बैठक


सारनी। श्री मठारदेव बाबा का मेला 12 से 22 जनवरी 2024 तक आयोजित किया जाएगा। मेले के आयोजन को लेकर बुधवार को नगर पालिका परिषद में विभिन्न विभागों की समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मेले को लेकर सुझाव भी लिए गए । 

नपा सभाकक्ष में दोपहर 3.30 बजे से बैठक शुरू हुई। सीएमओ सीके मेश्राम ने बताया नपा द्वारा मेले की संपूर्ण व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक पूर्व तैयारियां कर ली गई है। टेंडर भी निकाल दिए गए हैं। मेला परिसर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। स्वच्छता के लिए मेला परिसर को पॉलीथिन मुक्त रखा जाएगा। 

नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि मेला परिसर में बेहतर से बेहतर व्यवस्था नगर पालिका द्वारा की जाएगी। इसके अलावा समय-समय पर मिलने वाले सुझावों पर भी नगर पालिका कार्य करेंगी।

नगर पालिका द्वारा मेला परिसर में आवश्यक सुविधाओं के अलावा मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह ने बताया कि मेला परिसर में बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर तैयार की गई। कार्ययोजना के अनुसार सभी विभागों को समन्वय बनाकर ही कार्य करना चाहिए। मेले में कोई अप्रिय घटना ना हो इसकी जिम्मेदारी सभी विभागों की है। उन्होंने कोविड नियमों का पालन करने के निर्देश दिए। टीआई अरविंद कुमरे ने मेला परिसर को नो व्हीकल जोन बनाने की बाते कही। बैठक में श्री मठारदेव बाबा मेला समिति के पदाधिकारियों ने भी सुझाव दिए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, मप्रविविकंलि, मप्रपाजकलि के पदाधिकारी मौजूद थे।


मुलताई नपा अध्यक्ष को लेकर गेंद राज्य सरकार के पाले में

 



बैतूल । मुल्ताई नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर एक बार फिर संशय बरकरार है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने के बाद वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष नीतू परमार की कुर्सी खतरे में पड़ते दिखाई दे रही है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष और पार्षद वर्षा गढ़ेकर के पक्ष में स्थगन दिया है। इस आदेश की हार्ड कापी भले जिला प्रशासन के पास नहीं पहुंची है, लेकिन कलेक्टर ने आदेश की प्रति के बाद राज्य शासन से इस मामले मेंं आगे निर्णय लेने की सलाह मांगी है। गेंद अब पूरी तरह राज्य शासन के पाले में है। यदि चुनाव की नौबात आई तो प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यदि प्रशासक नियुक्त किया जाता है तो शाम तक स्थिति स्पष्ट होने की संभावना दिखाई दे रही है। उधर मुलताई में भी नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर काफी गहमागहमी मची है।मुलताई नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से गतिरोध बरकरार है। इस मामले में सबसे पहले मुलताई के प्रथम अपर न्यायाधीश द्वारा 13 जून को नपा अध्यक्ष नीतू परमार का निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया था। न्यायालय के आदेश के बाद श्रीमती परमार द्वारा जबलपुर उच्च न्यायालय में याचिका दर्ज की गई। कांग्रेस में शामिल हो चुकी नीतू परमार और पार्षद वंदना साहू की याचिका पर कुछ समय बाद स्थगन आदेश मिल गया। इसके पहले ही राज्य शासन ने वर्षा गढ़ेकर को अध्यक्ष बना दिया था, लेकिन नीतू परमार के पक्ष में हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद पुन नीतू परमार को कुर्सी संभालने का मौका मिल गया। तब से वे अध्यक्ष है।

पार्षद गढ़ेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची


उच्च न्यायालय से नगर पालिका अध्यक्ष के पक्ष में फैसला आने के बाद पार्षद वर्षा गढ़ेकर ने सुप्रीम कोर्ट की ओर रूख किया था। सुप्रीम कोर्ट में पिछले दिनों इस मामले में सुनवाई के बाद वर्षा गढ़ेकर को स्थगन दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 8 दिसंबर को नगरपालिका अध्यक्ष नीतू परमार को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उनके द्वारा नोटिस लेने से इंकार किए जाने के बाद 5 जनवरी तक मामले में निर्णय लेने के लिए कहा गया था। हालांकि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वर्षा गढ़ेकर को राहत देते हुए स्थगन दे दिया।

कुर्सी जाएंगे या बचेगी, सभी को इंतजार

इस मामले में कलेक्टर ने दो दिन पहले राज्य शासन को पत्र लिखकर अभिमत मांगा है। कलेक्टर ने राज्य को सुप्रीम कोर्ट के संपूर्ण आदेश के बाद पत्राचार कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया है। अब राज्य शासन को मामले में अगला निर्णय लेना है कि क्या करना है। मुलताई नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर चुनाव होती है तो तीस दिन की अवधि में प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यदि राज्य शासन इसके पहले प्रशासक भी नियुक्त कर सकता है। यदि ऐसा हुआ तो वर्षा गढ़ेकर को दोबारा अंतरिम अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके अलावा चुनाव की बात आती है तो तीस दिन में यह निर्णय भी हो सकता है। शाम तक इस मामले में निर्णय लिए जाने की संभावना दिखाई दे रही है। वैसे गढ़ेकर को अध्यक्ष बनाकर चुनावी प्रक्रिया शुरू करने की संभावना दिखाई दे रही है।

Tuesday, 19 December 2023

नायब तहसीलदार पथोरिया की पहल से बंद हुआ उत्खनित गड्ढा*

 


सारनी ।सारणी के नायब तहसीलदार संतोष पथोरिया हमेशा अपने कार्यो के प्रति सजग रहने के कारण पहचाने जाते हैं। ऐसा ही एक कार्य उनके द्वारा एक अनूठे अंदाज में किया गया,जिसे सारणी की आम जनता ने बहुत ही सराहनीय कदम(कार्य) बताया। दरअसल परसों नायब तहसीलदार पथोरिया ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि कोई भी व्यक्ति बोरबेल/नलकूपों के उत्खनित गड्डे को खुला नहीं छोड़ेगा और आम जनता से भी निवेदन किया था कि अगर किसी को कहीं पर ऐसे खुले गड्डे दिखाई दे तो कृपया वह उन्हें तत्काल सूचित करें। 






इस पोस्ट को पढ़कर सारणी के एक जागरूक नागरिक एवं पत्रकार शेख अय्यूब जी ने उक्त पोस्ट को पढ़कर कमेंट्स में लिखा था कि सर जी लेडी कलेक्शन शॉपिंग कॉम्लेक्स के पास,सारणी में एक उत्खनित गड्ढा खुला हुआ है,जिसे बंद किया जाना उचित होगा। इस बात को संज्ञान में लेते हुए श्री पथोरिया ने नगर पालिका,पुलिस एवं सतपुड़ा पॉवर प्लांट के सिविल ऑफिस के कर्मचारियों के साथ मिलकर संयुक्त रूप से मौका जांच की जिसमें खबर सत्य पाई गई। चूंकि कल मौका जांच के समय शाम होने के कारण उक्त गड्डे को पूर्ण रूप से प्रॉपर तरीके से बंद नहीं किया जा सका था और फिर मंगलवार सुबह से ही नगर पालिका,सारणी के कर्मचारियों के द्वारा मौके पर स्वयं की उपस्थिति में उक्त गड्ढे के चारों तरफ लगभग ढाई फिट खोदवाकर एवं नलकूप के पाइप के मुँह को लोहे की मोटी चादर से बेल्डिंग करके अच्छी तरह उसका मुँह बंद करके फिर खोदे गए भाग के चारों तरफ एवं ऊपर सीमेंट कांक्रीट का माल डालकर उत्खनित गड्ढे को अच्छी तरह से सड़क के लेवल को मिलाकर पूर्ण रूप से बंद करा दिया गया है।



Monday, 18 December 2023

मध्य प्रदेश की कई योजनाएं हुए बंद नए सीएम के आने से

 





मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 जीतने के लिए शिवराज सरकार ने सरकारी खजाना खोल दिया था. अब खजाना खाली हो गया है. मध्य प्रदेश पर 3.31 लाख करोड़ का लोन है और अब केवल 15000 करोड़ की लिमिट बची है. नतीजा सरकार ने मध्य प्रदेश के 38 विभागों द्वारा संचालित योजनाओं पर रोक लगा दिए.


भोपाल इंदौर की मेट्रो ट्रेन पर ब्रेक लगा 

मध्य प्रदेश शासन के वित्त विभाग ने 38 विभागों की योजनाओं पर रोक लगाते हुए, निर्देशित किया है कि सभी विभाग राजस्व संग्रहण के काम को प्राथमिकता पर रखें. जिन योजनाओं पर रोक लगाई गई है, उनमें नगरीय प्रशासन विभाग की महाकाल परिसर विकास योजना, मेट्रो ट्रेन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा संचालित तीर्थ दर्शन योजना भी शामिल है. इसके अलावा अपंजीकृत निर्माण मजदूरों को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि देने की योजना भी समाप्त कर दी गई है.

गरीबों को अंतिम संस्कार हेतु मदद वाली योजना भी बंद 

मध्य प्रदेश के आप पंजीकृत निर्माण मजदूर को अंत्युक्त एवं अनुग्रह राशि नहीं दी जाएगी नई राज्य सरकार ने 9 साल पहले शिवराज सरकार ने यह योजना बनाई थी जिसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा  देने के लिए उनकी दुर्घटना में मृत्यु पर ₹3000 अंत्येष्टि सहायता एवं ₹100000 अनुग्रह राशि देने का प्रावधान था इस योजना को भी बंद कर दिया गया.

मध्यप्रदेश में इन योजनाओं पर प्रतिबंध 

गृह विभाग के अंतर्गत थानों के सुदृढ़ीकरण, परिवहन विभाग की ग्रामीण परिवहन नीति के क्रियान्वयन, खेल विभाग के खेलो इंडिया एमपी, सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना, लोक निर्माण विभाग की विभागीय संपत्तियों के संधारण, स्कूल शिक्षा विभाग की निशुल्क पाठ्य सामग्री के प्रदाय, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटाप प्रदाय, एनसीसी के विकास एवं सुदृढीकरण, जनजातीय कार्य विभाग टंट्या भील मंदिर के जीणोद्धार, उच्च शिक्षा विभाग की योजना.


विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के नए आईटी पार्क की स्थापना, विमानन विभाग की भू-अर्जन के लिए मुआवजा, ग्रामीण विकास विभाग की पीएम सड़क योजना में निर्मित सड़कों का नवीनीकरण और महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवन निर्माण सहित अन्य योजनाओं में व्यय बिना वित्त विभाग की अनुमति के नहीं किया जा सकेगा

अपंजीकृत निर्माण मजदूरों को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि देने की योजना भी की बंद 

मध्य प्रदेश के अपंजीकृत निर्माण मजदूरों को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि नहीं दी जाएगी. नई राज्य सरकार ने नौ साल पहले शिवराज सरकार के समय बनाई योजना, जिसमें अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए उनकी दुर्घटना में मृत्यु पर तीन हजार रुपये अंत्येष्टि सहायता एवं एक लाख रुपये अनुग्रह राशि देने का प्रविधान था, इसे भी बंद कर दिया है.


मध्य प्रदेश श्रम विभाग के अंतर्गत कार्यरत भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल ने चार दिसंबर 2014 को मंडल में अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों को भी सामाजिक सुरक्षा देने की योजना जारी की थी जिसमें निर्माण श्रमिकों को उनकी मृत्यु पर तीन हजार रुपये अंत्येष्टि सहायता, निर्माण कार्य के दौरान घटित दुर्घटना में मृत्यु होने पर एक लाख रुपये एवं दुर्घटना में स्थाई अपंगता आने पर 75 हजार रुपये अनुग्रह राशि देने का प्रविधान था.


13 जनवरी 2017 में इस योजना में बदलाव कर प्रविधान किया गया था कि दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख रुपये एवं दुर्घटना में स्थाई अपंगता आने पर दो लाख रुपये अनुग्रह राशि दी जाएगी. अब यह योजना पूरी तरह बंद कर दी गई है.

Sunday, 17 December 2023

सुप्रीम कोर्ट से नीतू परमार को झटका मुलताई में नपाध्यक्ष के फिर से हो सकते हैं। चुनाव, वर्षा को मिल सकती है कुर्सी

 


नपाध्यक्ष के मामले में नीतू परमार को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका मिला है जिससे अब मुलताई में नपाध्यक्ष के फिर से चुनाव होने की संभावना बन गई है वहीं भाजपा पार्षद वर्षा गढ़ेकर चुनाव के पूर्व फिर से नपाध्यक्ष मनोनित हो सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्षद वंदना साहू द्वारा हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी जिस पर हाईकोर्ट ने स्थगन आदेश दिया था। जिसके तहत मुलताई कोर्ट के निर्णय पर रोक लग गई थी। हाईकोर्ट के इस स्थगन आदेश के इस फैसले के खिलाफ पार्षद वर्षा गढ़ेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी जहां सुप्रीम कोर्ट ने आगामी आदेश तक हाई कोर्ट के आदेश पर स्टे दे दिया है। कानून के जानकार बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए स्टे के बाद पार्षद वर्षा गढ़ेकर के नपा अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है। ज्ञत हो कि हाईकोर्ट में नपाध्यक्ष नीतू परमार द्वारा लगाई गई याचिका पूर्व में ही खारिज हो चुकी है। अब पार्षद वंदना साहू द्वारा लगाई गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिल चुका है जिससे एक और जहां नगर में फिर से चुनाव की संभावना बन गई है वहीं चुनाव तक पार्षद वर्षा गढ़ेकर को नपा अध्यक्ष मनोनित किया जा सकता है।

लाडली बहना योजना में नाम कटना शुरू। लाडली बहना योजना में किनका नाम कट रहा है जाने। ladli behna yojna

 


Video dekhne ke liye niche link par click kre

https://youtu.be/HtrEoQ5p5Sc?si=JRVZQngBLM66gHtP



भोपाल । मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की गेम चेंजर मानी जाने वाली लाडली बहना योजना में अब छंटनी करना चालू कर दिया है । आपको बता दे की सागर जिलें में समस्त पर्यवेक्षक समस्त आं.बा. कार्यकर्ता समस्त आं.बा. सहायिका समस्त अध्यक्षक / सचिव स्व सहायता समूह परियोजना सागर ग्रा० 02 के लिए पत्र जारी हुआ है । लाड़ली बहना योजना अंतर्गत लाभ परित्याग करने के संबंध में आदेश जारी हुआ जिसमें महिला एवं बाल विकास परियोजना सागर ग्रामीण 02 में यदि किसी पर्यवेक्षक या किसी आं.बा. कार्यकर्ता या सहायिका या स्व सहायता समूह के अध्यक्ष या सचिव या समूह के अन्य सदस्य के द्वारा लाड़ली बहना योजना की जो शासन द्वारा निर्धारित शर्तें थी उन शर्तों के विपरीत लाभ लिया गया है तो 15 दिवस के भीतर आप लाभ परित्याग कर दे, अन्यथा शर्तों से वितरीत लाभ लेने पर आपके विरुद्ध कार्यवाही के लिये आप स्वयं जिम्मेदार होगें।

महिला एवं बाल विकास विभाग को कहा गया कि जो महिलाएं इस योजना की पात्र नहीं हैं वे इस योजना से बाहर हो जाएं अन्यथा उन पर कार्रवाई की जाएगी... उल्लेखनीय है कि 1 करोड़ 30 लाख महिलाएं इस योजना से जुड़ी हैं... अब कांग्रेस इसको लेकर भी हल्ला मचाएगी कि पहले तो वोट कबाड़ने के लिए बिना जांच किए ही सभी को पात्रता दे दी, अब खजाना खाली है तो कार्रवाई का खौफ दिखाया जा रहा है..!

Saturday, 16 December 2023

Betul Govt. Hospital : बैतूल में 550 बिस्तर का होगा अब जिला अस्पताल, सांसद- विधायकों ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को दिए व्यवस्था बनाने के निर्देश

Betul Govt. Hospital : (बैतूल)। चुनाव के बाद अब जिले के जनप्रतिनिधि एक्शन में आ गए है। जनप्रतिनिधि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सबसे ज्यादा गंभीर नजर आ रहे है। सांसद और विधायकों ने शनिवार को नवनिर्मित जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अस्पताल में सभी को बेहतर इलाज की सुविधा मिले इसकी कवायद अभी से शुरू कर दी है। अभी जिला अस्पताल कम बिस्तर का है जिसे आने वाले दिनों में बढ़ाया जाएंगा, ताकि मेडिकल कॉलेज को लेकर भी कोई अड़ंगा न आए। शनिवार को सांसद दुर्गादास उईके, बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल, आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे, नगरपालिका अध्यक्ष पार्वतीबाई बारस्कर, सीएमएचओ डॉ रविकांत उईके, सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा, आरएमओ डॉ रानू वर्मा ने नवनिर्मित जिला अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए उचित दिशा निर्देश दिए गए। हाल ही में जिला अस्पताल 350 बिस्तर का है, इसे बढ़ाकर 550 बिस्तरीय किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के लिहाज से अस्पताल 550 बिस्तरीय का होना आवश्यक है। अभी शासन ने 350 बिस्तरीय अस्पताल को संचालित करने की अनुमति दी है।

बेड की संख्या बढ़ाने के लिए अस्पताल में व्यवस्था तो है, लेकिन शासन की तरफ से बेड बढ़ाने की कोई अनुमति नहीं है और न ही स्टॉफ दिया गया है। विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने सीएमएचओ और सिविल सर्जन से कहा कि मुख्य अस्पताल और उसके सामने बनाए गए महिला अस्पताल के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराए, ताकि इन दोनों अस्पतालों में बेड की संख्या में बढ़ाया जा सके। बेड की संख्या बढ़ाने के लिए पीएस से मुलाकात की जाएगी। श्री खण्डेलवाल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बजट की कोई कमी नहीं आएगी। सांसद और सभी विधायकों के प्रयास से अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले दिनों में महानगरों की तरह जिला अस्पताल में लोगों को बेहतर उपचार मिलने लगेगा।

15 जनवरी तक काम पूरा करने के निर्देश
मुख्य अस्पताल के सामने करोड़ों की लागत से भवन का निर्माण किया गया है, जिसमें महिला चिकित्सा इकाई संचालित होगी। इस डेढ़ सौ बिस्तरीय अस्पताल में अभी निर्माण कार्य जारी है। सांसद और विधायकों ने निर्माण कार्य को लेकर जायजा लिया और सभी वार्डो का निरीक्षण कर अधिकारियों से जानकारी ली। इस महिला चिकित्सा इकाई में महिला संबंधित सारे उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। महिलाओं को जांच और इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। अभी इस अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर का निर्माण नहीं हुआ है। अभी इस अस्पताल भवन में डिलेवरी होने के बाद माताओं को ठहराया जा रहा है। इस अस्पताल के बनने के बाद ट्रामा सेंटर से मेट्रेनिटी वार्ड सहित महिला संबंधित सारे उपचार की सुविधाएं नए अस्पताल भवन में मिलेगी। बैतूल विधायक श्री खण्डेलवाल ने कहा कि 15 जनवरी तक निर्माण कार्य पूरा करें, ताकि अस्पताल की शुरूआत हो सके।

डॉक्टर और अन्य स्टॉफ की कमी को करेंगे पूरा
नए अस्पताल भवन के संचालन को लेकर सबसे बड़ी समस्या यह है कि डॉक्टर और स्टॉफ की कमी बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कई बार स्वास्थ्य विभाग भोपाल को पत्र जारी कर स्टॉफ की कमी के संबंध में अवगत कराया, लेकिन अभी तक नया स्टॉफ नहीं मिल पाया है। सांसद और विधायकों ने कहा कि डॉक्टर और अन्य कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पीएस से मुलाकात करेंगे और इस कमी को भी पूरा किया जाएगा, ताकि नए अस्पताल में किसी प्रकार से कोई समस्या न हो।

नवनर्मित प्रयोगशाला का किया निरीक्षण
सांसद और विधायकों ने ट्रामा सेंटर के पास स्थि


त नवनिर्मित प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। इस प्रयोगशाला में सभी प्रकार की जांचे होगी। मुख्य अस्पताल से लैब को इस नए स्थान पर स्थातांत्रित किया जाएगा। यहां आधुनिक प्रयोगशाला निर्माण किया जाना है और जल्द ही इसकी शुरूआत भी हो जाएगी। इस प्रयोगशाला में मरीजों को बैठने और सेम्पल लेने से लेकर सारी सुविधाएं बनाई जाएगी, इसके लिए अलग-अलग कक्ष तैयार किए गए है। सिविल सर्जन डॉ बारंगा ने बताया कि एक पखवाड़े के भीतर इस प्रयोगशाला को शुरू कर देंगे और पुराने यूनिट की जगह ब्लड सेप्रेशन मशीन को संचालित किया जाएगा।

मेडिकल कॉलेज के लिए भी तलाश रहे जमीन
विधायक श्री खण्डेलवाल ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि मेडिकल कॉलेज को लेकर भी जमीन की तलाश की जा रही है। इस संबंध में अधिकारियों से भी चर्चा की गई है। मुख्य अस्पताल और मेडिकल कॉलेज दोनों अलग-अलग संचालित होंगे। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर होगी। जिले को मेडिकल कॉलेज मिलना किसी सौगात से कम नहीं है।

जल्द होगा सराय का निर्माण
जिला चिकित्सालय परिसर में मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के लिए ठहरने को लेकर सराय का निर्माण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यहां पिछले लगभग 8 वर्षो से सराय का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को ठहरने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अस्पताल निरीक्षण के दौरान बैतूल विधायक श्री खण्डेलवाल ने कहा कि सराय का कार्य जल्द पूरा किया जाएगा। सांसद और विधायकों द्वारा सराय के निर्माण पूरा करने के लिए राशि प्रदान की जाएगी। सराय के निर्माण होने से मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को रूकने की अच्छी सुविधा मिलेगी।