हरदा के फटाका फैक्ट्री में धमाका होने के बाद बैतूल जिला प्रशासन अलर्ट
हरदा में फटाका फैक्ट्री में ब्लास्ट होने के बाद 11 लोगों की मौत की पुष्टि और लगभग 217 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी लगी है। अब तक जिला प्रशासन के माध्यम से 184 लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन करके उन्हें बचाने का काम किया गया है। जबकि इस अवैध फैक्ट्री में 51 मजदूर कार्यरत थे और इस फैक्ट्री में 15 टन से बारूद होने की पुष्टि की गई थी। हरदा के फटाका फैक्ट्री में लगभग 26 घंटे से अधिक समय तक चल रेस्क्यू के बाद संपूर्ण प्रदेश में प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसी तारतम्य घोड़ाडोगरी ब्लॉक में तीन अलग-अलग दल का
गठन करके व्यापारी व प्रबंधन सहित खुदरा व्यापारियों के दुकानों का निरीक्षण करने का कार्य किया गया। एक दल शाहपुर एसडीएम दूसरा दल घोड़ाडोगरी तहसीलदार महिमा मिश्रा और तीसरा डाल सारनी नायब तहसीलदार संतोष पथोरिया के नेतृत्व में अलग-अलग स्थान पर निरीक्षण करके पटाखे की स्थिति का आकलन करने का कार्य किया गया है। शाहपुर एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह, सारनी थाना प्रभारी अरविंद कुमरे, सारनी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी सी. के मेश्राम के अलावा वेकोलि के सुरक्षा विभाग के माध्यम से अलग-अलग निरीक्षण करने का कार्य किया गया। बताया जाता है कि वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदान
जहां पर डेटोनेटर और बारूद का उपयोग किया जाता है, उन सभी गोदाम का निरीक्षण प्रशासनिक अधिकारियों दार के माध्यम से करने का कार्य किया गया इसके अलावा दार नगर पालिका परिषद सारनी के क्षेत्र में 7 से ऐसे पटाखे के व्यापारी पाए गए जिन्हें एक वर्ष का लाइसेंस दिया जाता है और इन व्यापारियों के माध्यम से दीपावली के समय में पटाने की दुकान को लगाने का काम करते हैं और यदि कोई फटाका बच जाए तो उसे ग्यारस तक खत्म करने का कार्य कर दिया जाता है। शाहपुर एसडीएम हेडाडोगरी तहसीलदार और सारनी नायब तहसीलदार के आलग-अलग दल के माध्यम से खुदरा व्यापारियों के पटाखे के लाइसेंस और उनके गोडाउन का निरीक्षण किया गया लेकिन किसी भी व्यापारी के गोदाम में वर्तमान समय में फटाका नहीं मिल पाया है। जिसकी वजह से प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सास ली है। जबकि वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिका खदानों में डेटोनेटर और बारूद का जो जो उपयोग किया जाता है वह एक सप्ताह का स्टॉक रखा जाता है और उसके समाप्त होने के बाद में स्टाक को लाने का कार्य किया जाता है और उनके जो गोदाम है वह शहर से 2 से 3 किलोमीटर दूर होने की वजह से किसी भी तरह का यहां पर खतरा होना प्रशासनिक अधिकारियों ने नहीं पाना है। जबकि ग्राम पंचायत सलैया के नई सलैया में एक पटाका गोदाम होने की जानकारी अधिकारियों को मिली थी तो मौके पर निरीक्षण करने पर पाया गया कि यह अंडर कंस्ट्रक्शन का कार्य चल रहा है इस वजह से अधिकारी वहां से वापस आ गए।
इनका कहना है 'नगर पालिका परिषद सारनी के अंतर्गत फटाका बेचने चाले 7 से 8 व्यापारी हो पाए गए और उन सात-आठ व्यापारियों के घर एवं गोदम का अवलोकन किया गया लेकिन वहां पर फटाका नहीं मिल पाया है। इस वजह से क्षेत्र में पटाखे की अवैध एवं लाइसेंसी एक भी दुकान नहीं है छिंदवाड़ा जिले के दमुआ से फटाका लाकर बेचने का कार्य किया जाता है।' -
अरविंद कुमरे थाना प्रभारी सारनी
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